एन्टी कोरोना टास्क फोर्स
कोरोना महामारी के चलते जब देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की घोषणा कर देश में लॉकडाउन किया तब जिला मुरादाबाद के बिलारी में एक राष्ट्रभक्त युवा नोमान जमाल , राष्ट्रीय अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता संस्थान संगठन ने यह सोच लिया कि यह घड़ी देशवासियों की मदद करने की घड़ी है । सामाजिक कार्यकर्ता संस्थान संगठन लगभग देश में 10 सालो से निस्वार्थ भाव से जनसेवा में लगा हुआ है। यह संगठन पूर्णत अराजनैतिक है । जिसके उपरान्त 23 मार्च की रात्रि को ही सोशल मीडिया फेसबुक के जरिए एंटी कोरोना टास्क फोर्स से लोगों को जुड़ने का आहवान किया । व्हाटसअप ग्रुप बनाकर नगर बिलारी के करीब 25 युवाओं को जोड़कर इसका गठन कर दिया गया एवं 25 मार्च को बिलारी प्रशासन को सम्बन्धित अनुमति व डाटा सौंपकर सेवा भाव से कार्य की शुरूआत की गई। जिसमें तय हुआ कि जरूरतमंदों की अपने निजि धन से हर तरह की मदद की जाएगी।
कितने राज्य में काम कर रही है एंटी कोरोना टास्क फोर्स
एंटी कोरोना टास्क फोर्स का कार्य लोगों को इतना भाया कि वह सोशल मीडिया के जरिए इससे जुड़ने लगे । देखते ही देखते यह संगठन पूरे देशभर में फैल गया । अब वर्तमान में एंटी कोरोना टास्क फोर्स उत्तर प्रदेश दिल्ली , पश्चिम बंगाल , राजस्थान , महाराष्ट्र , जम्मू कश्मीर , उत्तराखंड , गुजरात राज्यों में काम कर रही है .
क्यों बनी है एंटी कोरोना टास्क फोर्स
चूंकि सामाजिक कार्यकर्ता संस्थान / संगठन पहले से देश सेवा को समर्पित है और यह संस्थान पहले से ही लोगों की मदद करता चला आया है । जब लॉकडउन की स्थिति देश में हुई । तब इस संस्थान द्वारा देशहित में कार्य करने के लिये एंटी कोरोना टास्क फोर्स का गठन किया जिसके द्वारा लोगो की आर्थिक मदद पहुंचाने , प्रशासन को पूर्णत सहयोग करने , प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने , जगह जगह प्रवासी मजदूरों को खाना , पानी , दवाई , कपड़े आदि उपलब्ध कराना , राशन वितरण महामारी से बचने के लिए स्टॉल लगाकर मास्क वतरण , सैनटाइज वितरण , कोरोना से जागरूक करने के लिए पम्पलेट व पोस्टर बांटने , प्रशासन की पीपीई किट का वितरण करने के साथ ही न जाने कितने कार्य इस टास्क फोर्स द्वारा किये जा चुके हैं ।
विशाल समूह की मदद हेतु कैसे किया धन अर्जित
एंटी कोरोना टास्क फोर्स अपने निजि धन से फंड जुटाकर लोगों की मदद करने में सक्षम रहा है । एंटी कोरोना टास्क फोर्स ने लॉकडाउन में लोगों की मदद केवल और केवल निजी धन से जुटाई । इस कार्य के लिये एंटी कोरोना टास्क फोर्स ने किसी भी तरह से सरकारी या गैरसरकारी मदद नहीं प्राप्त की है ।
कैसे हुआ एंटी कोरोना टास्क फोर्स का विस्तार
एंटी कोरोना टास्क फोर्स का गठन उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के बिलारी तहसील में हुआ । लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सर्वप्रथम इसी टास्क फोर्स के द्वारा मदद कार्य किया गया । इसके बाद यह कार्य क्षेत्र में लोगों को पसंद आने लगा । जिसके चलते बिलारी के आसपास ” के गांव जुड़ने लगे , फिर कस्बे , और फिर जिले दर जिले और इसके बाद राज्यों में भी इसका विस्तार हो गया इसके विस्तार का मुख्य माध्यम सोशल मीडिश्या के फेसबुक ग्रुप , फेसबुक पेज , वाटसअप ग्रुप , टवीटर एकाउंट , बेवसाइट है ।
एंटी कोरोना टास्क फोर्स द्वारा किये गये कार्य की सूची एक नजर में
राशन सामग्री का लगातार वितरण । कोविड- 19 जागरूकता अभियान । मास्क वितरण व सेनेटाइजेशन । दवाईयों का लगातार वितरण । आपातकालीन मरीजो की भर्ती । लॉकडाउन में प्रशासनिक सहयोग | जरूरतमंदो को प्रशासनिक अनुमति । जरूरतमंदो को नकद धनराशि वितरण । जानवरों व पक्षियों के लिये लगातार भोजन का वितरण । जरूरतमंद मरीजो को रक्तदान | कोरोना काल के दूसरे चरण में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने हेतु निरन्तर ऑक्सीजन के सिलेण्डर के वितरण का कार्यक्रम चलाया गया । लॉकडाउन में फंसे हुए मजदूरों , प्रवासियों के उनके घर पहुचाने हेतु सहायता के लिए हेल्पसेन्टर बनाकर शासन से अनुमति इत्यादि । प्रवासी मजदूरों को हाईवों पर कैम्प लगाकर खाने – पीने की व्यवस्था कोविड में बर्बाद हुऐ
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